बंगाल में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए राज्यपाल क्यों कर रहे केंद्रीय बलों की मांग


 


 


नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी हाल में बंगाल के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन में ढिलाई पर चिंता जताई थी। इनमें से ज्यादातर स्थान अल्पसंख्यक बहुल हैं और भाजपा की प्रदेश इकाई ने कई बार आरोप लगाया है कि इन इलाकों में लॉकडाउन का ठीक से यिान्वयन नहीं हो रहा हैसंपर्ण भारत कोरोना महामारी से जंग में एकजुट होकर लड़ रहा है। पीएम मोदी ने बीते दिनों लॉकडाउन 2.0 की घोषणा कर दी। पीएम मोदी के इस फैसले से पहले कई राज्य सरकारों ने अपने प्रदेश में लॉकडाउन की मियाद को 30 अप्रैल तक बढ़ाए जाने की घोषणा कर दी थी। पश्चिम बंगाल भी उन्हीं राज्यों में से एक था। लेकिन क्या पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन का सही से पालन हो रहा है? ये एक बड़ा सवाल है और इसकी गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि प्रदेश के राज्यपाल को यह कहना पड़ता है कि लॉकडाउन सफल को सफल बनाने के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की जरूरत पर विचार होना चाहिए। क्या है मामला: दरअसल पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप जनखड़ ने ट्वीट किया, 'कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा। राज्य सरकार के अधीन पुलिस और प्रशासन के जो अधिकारी शत-प्रतिशत तरीके से सामाजिक दूरी कायम रखने या धार्मिक समागमों पर रोक लगाने में विफल रहे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि लॉकडाउन सफल होना चाहिए और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की जरूरत पर विचार होना चाहिए। बीजेपी प्रदेश ईकाई ने कई बार उठाया सवाल भाजपा की प्रदेश इकाई ने कई बार आरोप लगाया है कि इन इलाकों में लॉकडाउन का ठीक से क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। बंगाल के कुछ क्षेत्रों में लॉकडाउन का सही से पालन नहीं होने को लेकर बंगाल भाजपा के प्रभारी व केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर मंगलवार को एक बार फिर हमला बोला। गृह मंत्रालय ने भी उठाए सवाल: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भीहाल में बंगाल के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन में ढिलाई पर चिंता जताई थी। इनमें से ज्यादातर स्थान अल्पसंख्यक बहुल हैं और भाजपा की प्रदेश इकाई ने कई बार आरोप लगाया है कि इन इलाकों में लॉकडाउन का ठीक से यिान्वयन नहीं हो रहा है