होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों पर नज़र रखने के लिए दिल्ली सरकार ने बनाया नया प्लान


 


 


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की आवाजाही पर संदेह को खत्म करने के लिए दिल्ली सरकार उनसे जल्द ही एक मोबाइल ऐप के माध्यम से सेल्फी भेजने के लिए कहेगी। सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि घर में क्वारंटाइन में रह रहे लोगों को अपने मोबाइल फोन में एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहें। यह कदम उठाने का उद्देश्य लोगों की आवाजाही पर नजर रखना है। अधिकारियों के मुताबिक, यह देखा गया कि कुछ लोग जिन्हें सरकार ने घर में ही क्वारंटाइन किया है वे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐप घर में क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की आवाजाही पर नजर रखने में काफी सहायक होगा। अगर जिला प्रशासन को होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की आवाजाही पर संदेह होगा तो उसे घर में सेल्फी लेकर ऐप के माध्यम से कंट्रोल रूम में भेजने के लिए कहा जाएगा। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सभी जिला अधिकारियों को उनके संबंधित जिले तकनीक को अपनाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि हमें सरकार से निर्देश मिला है। मोबाइल ऐप का इस्तेमाल उन इलाकों में किया जाएगा जिन्हें जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर रखा है। ऐप का टेस्ट जारी है। पुलिस के मुताबिक, घर में क्वारंटाइन रहने के नियमों का उल्लंघन करने के लिए पुलिस ने छह अप्रैल तक 250 एफआईआर दर्ज की हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा लगातार जारी है और यहां सं मित मरीजों की संख्या बढ़कर 1578 तक पहुंच गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि राजधानी में 1.000 से अधिक मामले मरकज से जुड़े हुए हैं। जैन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों में 68 प्रतिशत से अधिक ऐसे व्यक्ति हैं जो निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए थे। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने एएनआई को बताया कि पिछले 24 घंटों में 17 नए मामले दर्ज किए गए हैं और दो मरीजों की मौत भी हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1578 हो गई, जिनमें 1,080 मामले (68.4 फीसदी) मरकज से जुड़े हुए हैं। 1578 मामलों में से 867 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से 29 मरीज आईसीयू में हैं और पांच मरीज वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली में अब तक 32 लोगों की मौत भी हो चुकी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि 3 हफ्ते का लॉकडाउन पूरा हो चुका है और अभी लगभग 17-18 दिन का लॉकडाउन बचा हुआ है। अगर लोग लॉकडाउन का ठीक से पालन करते हैं तो कोरोना वायरस को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। पिछले 3 हफ्ते से लॉकडाउन था, इसलिए यह इतना ज्यादा नहीं फैला है और नियंत्रण में है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि गुरुवार को एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय के कोरोना संक्रमित होने का पता चला है। इसके बाद उसके साथ जुड़े 17 अन्य डिलीवरी ब्वॉयज को सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है और 72 लोगों को होम क्वारंटाइन में जाने के लिए कहा गया है।